Monday Motivation: अक्षय कुमार ने भी जी है वही आम जिंदगी, करोड़ों लोग जीते हैं जिसे, एक ने तो दुत्कार के याद दिला दी थी 'औकात'!

<p style="text-align: justify;"><strong>Monday Motivation:</strong> नया हफ्ता फिर से शुरू हो चुका है. वीकेंड के बाद मंडे आम दिनों की तरह कोई आम दिन नहीं बल्कि 'ब्लडी मंडे' लगता है. यानी ऐसा दिन जो आपके सारे कंफर्ट को आपसे छीन लेता है और आपको फिर से अपनी रोजमर्रा की जिंदगी की ओर ले जाता है. ऐसे में जरूरत होती है नई एनर्जी की, ताकि आप पूरे जोश के साथ अपने काम को पहले से और कहीं बेहतरीन तरीके से कर पाएं. इसलिए हम खास आपके लिए आज लाए हैं, विटामिन बी 12 जैसे इंजेक्शन की तरह काम करने वाली एक कहानी जो आपको नई ऊर्जा से भर देगी. ये कहानी 'बड़े मियां' की है. ये कहानी फूलों वाली शर्ट पहने अलग अंदाज में पोज देते 'राजू' की है. ये कहानी उसकी है जो कॉमेडी नहीं करता, कॉमेडी की नदियां बहाता है. ये कहानी है अक्षय कुमार की.</p> <p style="text-align: justify;">जमीन से कई सौ फुट ऊपर जाकर उड़ते जहाज से उसके नीचे उड़ते बैलून पर छलांग मारने वाला ये एक्टर अक्षय कुमार किस्मत से अक्षय कुमार नहीं बना, मेहनत से बना है. कई बार फेल और फ्लॉप एक्टर का ठप्पा लगने के बावजूद इस खिलाड़ी ने खेलना नहीं छोड़ा. प्रूफ आपके सामने है कि कभी वो सूर्यवंशी बनकर आता है तो कभी बड़े मियां बनकर छाता है. अक्षय कुमार की जर्नी छोटे-छोटे पैराग्राफ्स में समझते हैं कि कैसे उन्होंने ये स्टारडम हासिल किया.</p> <p style="text-align: justify;"><br /><img src="https://ift.tt/5jUhmeD" /></p> <p style="text-align: justify;"><strong>कैसी थी शुरुआती जिंदगी</strong><br />अक्षय कुमार ने मुंबई जाने से पहले दिल्ली में अपना बचपन बिताया. शुरुआती जिंदगी के बारे में बात करते हुए उन्होंने न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में बताया था, ''मैं चांदनी चौक में रहता था जहां एक ही घर में 24 लोग रहते थे और जब मैं मुंबई आया तो वहां भी कोलीवाड़ा में एक छोटे से घर में रहे जिसका किराया 100 रुपये था.''अक्षय ने इसी इंटरव्यू के दौरान अपने पुराने दिनों को याद करते हुए ये भी बताया था कि तब वो शनिवार को फिल्म देखने के लिए सुबह का खाना नहीं खाते थे, ताकि पैसा बचाकर फिल्म देख सकें.&nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>बचपन में ही हीरो बनने का सपना देख लिया था अक्षय ने</strong><br />अक्षय कुमार ने इसी इंटरव्यू में ये भी बताया था कि वो 7वीं क्लास में फेल हो गए थे. जब पापा को पता चला तो वो पूछने आए कि आखिर तुम बनना क्या चाहते हो? इस पर अक्षय का जवाब था कि 'मैं हीरो बनना चाहता हूं'. हालांकि, अक्षय कुमार का सपना मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग लेने का था. जब उन्होंने अपने पापा को ये बात बताई तो उन्होंने उन्हें बैंकॉक भेज दिया. वहां उन्होंने अलग-अलग तरह के मार्शल आर्ट्स सीखे. अक्षय ने उसके पहले इंडिया में रहते हुए ही ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट पा लिया था. थाईलैंड में रहते हुए अक्षय ने अपना खर्च निकालने के लिए वेटर और शेफ का काम भी किया. और ये काम उन्होंने मुंबई से लेकर ढाका तक के होटलों में किया. इसके अलावा, उन्होंने ट्रैवेल एजेंट का काम भी किया.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>अक्षय की किस्मत कैसी पलटी?</strong><br />अक्षय कुमार ने किसी की सलाह पर मॉडलिंग शुरू कर दी. जहां उनको एक असाइनमेंट के इतने पैसे मिल गए जितनी उनकी महीने भर की सैलरी थी. इसके बाद अक्षय कुमार फिल्मों की दुनिया में आ गए. उन्हें दीदार और सौगंध जैसी कई फिल्में एक साथ मिल गईं. ये साल 1991 था. साल 1992 में उनकी फिल्म 'खिलाड़ी' से उन्हें जो पहचान मिली, उसके बाद उनके पास फिल्मों की लाइन लगती चली गई. उस दौर में ऐसा एक्शन कोई नहीं करता था, जैसा अक्षय कुमार करते थे. अक्षय के फ्लॉलेस एक्शन और गजब की फाइटिंग स्किल की वजह से उनके फैंस की संख्या बढ़ती चली गई. लेकिन अच्छे दिन बहुत दिनों तक नहीं चले.</p> <p style="text-align: justify;"><br /><img src="https://ift.tt/CyPIaqO" /></p> <p style="text-align: justify;"><strong>फिर जब आया बुरा दौर</strong><br />अक्षय कुमार ने खुद कई इंटरव्यूज में बताया कि उनकी एक्टिंग की दुकान में ताले पड़ने वाले थे. उनकी एक साथ कई फिल्में फ्लॉप होती चली गईं. 'जानवर' से पहले उनकी लगातार एक दर्जन फिल्में फ्लॉप हुईं और उन्होंने अपने दोस्त से बातकर कनाडा जाकर वहीं कुछ काम करने का मन बना लिया. निर्माता सुनील दर्शन ने आरजे सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक इंटरव्यू में बताया था कि 'जानवर' की रिलीज से ठीक 2 महीने पहले अक्की की फिल्म के निर्माता ने अक्षय को ये तक कह दिया था कि तुम्हारी इतनी औकात नहीं है कि फिल्म के पोस्टर लगाए जाएं. हालांकि, 'जानवर' हिट हो गई और अक्षय कुमार की एक्टिंग की दुकान फिर से चल पड़ी. इसके बाद, अक्षय कुमार की खिलाड़ी सीरीज की फिल्मों के अलावा, 'हेरा-फेरी', 'धड़कन' जैसी फिल्में आईं जिनमें उनके अलग-अलग शेड दिखे.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>फिर जब हुआ कमबैक तो छा गए कुमार</strong><br />साल 2004 में 'अंदाज', 'मुझसे शादी करोगी' और 2006 की 'फिर हेरा फेरी' और 'गरम मसाला' ने उन्हें जो मुकाम दे दिया कि 2007 आते-आते ये सिंह कब किंग बन बैठा किसी को पता भी नहीं चला. हालांकि, ऐसा नहीं है कि उनकी फिल्में अब फ्लॉप ही नहीं होतीं. पिछले कई सालों से उनकी कई बहुत बुरी तरह पिटने वाली फिल्में भी आई हैं. लेकिन उनका कमाल ये है कि अब भी जब वो पर्दे पर आने वाले होते हैं, तो दर्शक उनकी फिल्मों का स्वागत बिल्कुल वैसे ही करते हैं जैसे <a title="शाहरुख खान" href="https://ift.tt/P6hAcxs" data-type="interlinkingkeywords">शाहरुख खान</a>, आमिर खान या सलमान खान की फिल्मों का करते हों. उनके पास आने वाले दिनों में लाइन से फिल्में हैं. उनके पास पिछले 20 सालों से लाइन से फिल्में थीं. वो काम को लेकर इतने पंक्चुअल हैं कि कुछ ही दिनों में उन फिल्मों का शूट खत्म कर देते हैं, जो बाकी के एक्टर्स महीनों तक करते हैं. वो आने वाले दिनों में 'बड़े मियां छोटे मियां' में फिर से दिखने वाले हैं. और इसके बाद फिर से दिखने की तैयारी में भी हैं.</p> <p style="text-align: justify;"><strong>हिम्मत न हारने के जज्बे का दूसरा नाम है अक्षय कुमार</strong><br />ये पूरी कहानी अक्षय की जर्नी बताने की नहीं थी. लब्बोलुआब सिर्फ इतना था जो आपने भी स्टोरी पढ़ते समय महसूस किया होगा कि एक मिडिल क्लास फैमिली का लड़का कैसे इतना बड़ा स्टार बन गया कि 'फोर्ब्स' जैसी मैगजीन्स में उसकी कहानियां छपने लगीं. वो इसलिए ऐसा बन गया क्योंकि उसने मंडे का डर अपने मन में हावी नहीं होने दिया और न ही संडे की खुशी के फेर में फंसा. बस आप भी इसी मंत्र को फॉलो कर लीजिए. फिर देखिए सब कुछ आसान होता जाएगा और चीजें और बेहतर होती जाएंगी.</p> <p style="text-align: justify;">और पढ़ें: <a title="Monday Motivation: जिद्दी होना कोई सिलवेस्टर स्टैलोन से सीखे, रोता रहा-लड़ता रहा लेकिन करियर और प्यार दोनों को नहीं छोड़ा" href="https://ift.tt/bMRaWrX" target="_self">Monday Motivation: जिद्दी होना कोई सिलवेस्टर स्टैलोन से सीखे, रोता रहा-लड़ता रहा लेकिन करियर और प्यार दोनों को नहीं छोड़ा</a></p>

from Swatantrya Veer Savarkar Box Office Collection Day 3: संडे को ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ की कमाई में हुआ इजाफा, जानें अब तक का कलेक्शन https://ift.tt/i2srjBW

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